उत्तर प्रदेश
रेलवे की नौकरी करने वाली युवती ने पास कर डाली देश की सबसे बड़ी परीक्षा, हो रही है जमकर तारीफ
कानपुर: माता-पिता के अरमान पूरे करने, रेलवे में नौकरी मिलने के बाद भी पढ़ाई नहीं छोड़ने, कुछ बड़ा और बेहतर करने की ललक में ‘मेधा’ ने चमक बिखेरी। बैंक और रोडवेज में कार्यरत दंपती की बेटी मेधा आनंद ने यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा में 13वीं रैंक पाकर उत्तर मध्य रेलवे व अपने परिवार का नाम देशभर में रोशन किया है।
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल अंतर्गत कानपुर परिक्षेत्र के गुड्स मार्शलिंग यार्ड (जीएमसी) गोविंदपुरी में सप्ताह भर पहले ही सहायक परिचालन प्रबंधक के पद पर तैनात की गईं मेधा आनंद के लिए मंगलवार का दिन खुशियां लेकर आया। वह और उनके सहकर्मी 13वीं रैंक पाकर आईएएस बनने की उपलब्धि को लेकर फूले नहीं समाए।
आईआरटीएस की हैं अधिकारी
मेधा ने बताया कि वह 2019 बैच की भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) की अधिकारी हैं। मूलरूप से मेरठ के गंगा नगर की निवासी हैं। मेधा को जीएमसी गोविंदपुरी में पिछले सप्ताह ही भेजा गया है।
इससे पहले वह उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में तैनात थीं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सहारनपुर व मेरठ में हुई। इसके बाद कानपुर के एचबीटीआई (अब एचबीटीयू) से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। पिता राजीव आनंद रोडवेज में, जबकि मां नीता बैंक में अधिकारी हैं।