उत्तर प्रदेश के एक जिला मुख्यालय जल्द रेल लाइन से जुड़ने वाला है। इस लाइन के बनने के बाद गोंडा-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का दबाव कम होगा, जिससे इन जिलों के अलावा आसपास के यात्रियों को भी राहत मिलेगी। साथ ही उत्तर भारत से पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए एक और रेल लाइन विकल्प के रूप में मिलेगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार आनन्द नगर-घुघली वाया महाराजगंज (52।70 किमी।) नई लाइन परियोजना के लिए जमीन का अधिग्रहण शुरू हो चुका है। इसके निर्माण में 958।27 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। यह नई लाइन आनन्द नगर से जिला मुख्यालय महाराजगंज होते हुये घुघली रेलवे स्टेशन को जोड़ेगी, जो गोरखपुर-वाल्मीकिनगर खंड पर पड़ता है। इस तर पहली बार महाराजगंज जिला मुख्यालय रेल लाइन से जुड़ जाएगा।
वर्तमान में गोंडा से पनियहवा वाया आनन्द नगर, गोरखपुर, गोरखपुर कैन्ट, घुघली होते हुये कुल दूरी 307 किमी। है। इस नई रेल लाइन के बनने से यह दूरी 42 किमी। कम होकर 265 किमी। रह जायेगी। गोरखपुर के बाई पास हो जाने से यात्रा समय में समय की बचत होगी तथा गोरखपुर जं। स्टेशन पर भार कम होगा। इसके अतिरिक्त इस लाइन के निर्माण से सीमेंट, खाद, कोयला एवं अनाजों की ढुलाई में सुविधा होने के साथ ही इससे जुड़े उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना को दो चरणों में पूर्ण किया जायेगा। प्रथम चरण में घुघली से महाराजगंज और द्वितीय चरण में महाराजगंज से आनन्द नगर होगा।
नेपाल के लोगों को भी राहत
इस लाइन के बन जाने से उत्तर भारत से वाल्मीकिनगर एवं रक्सौल होते हुये पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के लिये एक वैकल्पिक रेल मार्ग उपलब्ध हो जायेगा। बॉड गेज की यह नई रेल लाइन विद्युतीकृत लाइन होगी, जिसका लाभ हिमालय की तलहटी में स्थित इस क्षेत्र के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को मिलेगा।