तैयारी के लिए बीच-बीच में दिल्ली भी जारी थीं। 2020 में कोरोना काल में प्रयागराज आ गईं। इसके बाद तैयारी जारी रखी। 2023 की परीक्षा में दो नंबर कम होने पर उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया। इससे थोड़ी हताश हुईं, लेकिन हौसला नहीं खोया और तैयारी जारी रखी। कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने इतिहास रच दिया।
बलिया में है पैतृक घर
शक्ति के पिता देवेंद्र द्विवेदी डीपीएस व एडीसीपी ट्रैफिक के पेशकर के पद पर प्रयागराज में तैनात हैं। बेटी की सफलता से अत्यंत प्रसन्न हैं। मूलरूप से बलिया जिला के बैरिया तहसील, थाना दोकटी के रामपुर गांव के निवासी हैं। कहते हैं कि सफलता के पीछे कड़ा परिश्रम है।
शक्ति की जुड़वा बहन प्रगति भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। जबकि छोटा भाई आशुतोष एमसीए कर रहा है। मां प्रेमा दुबे गृहणी हैं। सभी शक्ति की सफलता से प्रसन्न हैं। देवेंद्र बताते हैं कि पिछले वर्ष दो नंबर से सफलता न मिलने के बाद शक्ति थोड़ा परेशान थीं, लेकिन हार नहीं मानीं, तैयारी में लगी रहीं और सफलता प्राप्त किया।